अस्वीकृति और निराशा हाथ लगने पर एक होनहार विद्यार्थी फ़ायनेंस में अपना करियर बनाने के लिए ठगी का रास्ता चुनता है. पर झूठ का पुलिंदा बड़ा होने पर उसे पकड़े जाने का डर सताने लगता है.
अस्वीकृति और निराशा हाथ लगने पर एक होनहार विद्यार्थी फ़ायनेंस में अपना करियर बनाने के लिए ठगी का रास्ता चुनता है. पर झूठ का पुलिंदा बड़ा होने पर उसे पकड़े जाने का डर सताने लगता है.